Nojoto: Largest Storytelling Platform

‘ख़ामोशी ओढ़ के सोई हैं मस्ज़िदें सारी, किसी की मौत क

‘ख़ामोशी ओढ़ के सोई हैं मस्ज़िदें सारी, किसी की मौत का ऐलान भी नहीं होता’, दुनिया को अलविदा कहने से पहले राहत इंदौरी का आखिरी शेर

💐RIP💐 raht 

#RIPRahatIndori
‘ख़ामोशी ओढ़ के सोई हैं मस्ज़िदें सारी, किसी की मौत का ऐलान भी नहीं होता’, दुनिया को अलविदा कहने से पहले राहत इंदौरी का आखिरी शेर

💐RIP💐 raht 

#RIPRahatIndori