'रहस्यमयी बक्सा' अचानक मिल गया एक रहस्यमयी बक्सा, हालत जिसकी थी टूटी-फूटी और ख़स्ता। खोलें कि ना खोलें, जाने क्या होगा अंदर, विचारों की फिर यूँही हो गई गुत्थमगुत्था। खुलने पर ताज़ा हो गईं यादें भूली-बिसरी, ख़ुशबू ले सामने था, बीते वक़्त का बस्ता। कुछ ख़त, कुछ सूखे फूल भी झाँक रहे थे, दिल भी देख रहा था होकर हक्का-बक्का। घूम आए थे एक बार फिर वो भूले हुए लम्हे, उम्दा था, यूँ बेवजह सब समेटने का चस्का। Rest Zone 'रहस्यमयी बक्सा' #restzone #rztask49 #rzलेखकसमूह #बक्सा #sangeetapatidar #ehsaasdilsedilkibaat #yqdidi #memories