इस ज़िन्दगी में देख, दुनियां में रिश्ते बहुत अनमोल है रिश्ते परखने में अपने नहीं, इनका वज़ूद है निभाने में..! आज जिधर देखो उधर रिश्तों का अब ख़ून हो रहा है रिश्ते भी ख़ुदा तय करता है, तुम लगे हुये आजमाने में..! कौन किसका क्या है,यें तय भी करते है यही रिश्ते बहुत संभाल क़े रखों, ख़त्म हो जाते है रिश्ते बनाने में..! देखो आज सभी है यहाँ, नफ़ा नुकसान क़े ज़ाईज़ा में रिश्ते दौलत क़े मुहताज़ नहीं, यें दिल धड़कते है बनाने में..! देखो करते है आज यें, रिश्तों में अलगाव ख़ुद ही यहाँ रिश्ते निभाना देखना है, जाओ तुम किसी गरीबखाने में..! यें दौलतमंद दुनियां रिश्तों को, सिक्कों से तौलती है रिश्ते कभी मज़बूत नहीं रहें है,अमीरों क़े यहाँ ज़माने में..! "बेताब"ख़ून क़े रिश्ते से भी ज़ियादा वज़ूद है दोस्ती का जां लुटा देतें है इस दुनियां में,यें दोस्ती का रिश्ता निभाने में..!! ©Shreyansh Gaurav #रिश्ता #दोस्ती #रिश्ते का ख़ून #GzlWrites #Thinking