डूब जा तूं भक्ति भाव मे भाव का रस तूं पिये जा, ना कर परवाह किसी की अपनी धुन में तूं जिये जा, अगर है कुछ दान करने को तो जो मिले उसे तूं दिये जा, करना है तो कुछ नेकी कर यूँ ही तूं उपकार किये जा, मांग मत किसी से कभी लेना है तो तूं दुआएं लिये जा, 'मधुकर' नहीं है इस जग मे प्राणी कर्म किये जा और जिये जा। ---मधुकर सुप्रभात। तन्मयता से अपना कर्म करते जाइए। जीवन को अर्थ से भरते जाइए। #कर्मकर #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #anil_madhukar