मेरी आदत में शुमार हो जाओ, लत लगा दो ख़ुमार हो जाओ, माँगने के बहाने मिल लूँगा, कर्ज़ लेकर उधार हो जाओ, मिरा इलाज-ए-ग़म करो आकर, हकीम बनकर सुधार हो जाओ, मिले सुकून तेरे आने से फक़त, तपिश है ठण्डी बयार हो जाओ, दर्द से मिल जाय ज़रा सी राहत, हाल-ए-दिल पर मयार हो जाओ, तिश्नगी कम हो मिटे कुछ बैचैनी, सुनो दिल का क़रार हो जाओ, जहाँ बसने का दिल करे 'गुंजन', इश्क़ बन जा दयार हो जाओ, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' चेन्नई तमिलनाडु ©Shashi Bhushan Mishra #क़रार हो जाओ#