हमारा गरीबी........ क्या हमारा गरीब रहना ही हमारी किस्मत है?...... क्या इसमें हमारा अपने का कोई दोष नहीं है?........ हमारे अपने ही तो सत्ता की चाटुकारिता करते है। हमारी गरीबी की कुछ अपने ही खुशियां मनाते है। हमारी तरक्की से जलने में तो सूर्य भी कम पड़ते है। हमारी दरिद्रता से इनको एक अजीब ही खुशी होते है। हमारी खुशी से ना जाने इसकी क्या क्या मरने लगते है। हम अपने नेता चुनकर सत्ता में दुख दूर करने भेजते है। भूलकर हमारी तकलीफों को वो मस्ती में लग जाते है। वहां जाकर वो हमारी तकलीफों को बोलने के बदले उसकी ही जुबान बोलने लग जाते है। किस्मत भी हमारे साथ अजीब ही खेल खेलने लगते है। किसी को खूब हसाते और किसी को खूब रुलाते हैं। क्या सच में गरीब रहना ही हमारी किस्मत है? क्या इसमें हमारे अपने का सच में कोई दोष नहीं है?.... ©रूपक #India #Social #देश #poorcluelessboyfriend #गरीब #shadesoflife