अल्फांजो की ज़ुबानी जहाँपे ख़त्म हो वह मकाम ही रुहोंका जगत हैं। ©Lotus Mali अल्फांजो की ज़ुबानी जहाँपे ख़त्म हो वह मकाम ही रुहोंका जगत हैं। ©Lotus Mali 🪷