“ज़ख्म और वक्त” जब तुमसे दूर हुए फिर भी जीने के लिए मजबूर हुए हालात से ज़िन्दगी ने कर लिया समझौता दिल वक्त के साथ हो गया कठौता एक समय ऐसा आया ज़िन्दगी में घना अंधेरा छाया ख़ुद अकेले हर दर्द को सहा हमने दिया था कभी वो दर्द तुमने धीरे धीरे ख़ुद को संभालते गए वक्त ने ज़ख्म मलहम लगाए ज़िन्दगी फिर से सुहानी हो गई अब ज़िन्दगी बेहतर लगती है।— % & #rztask261 #rzलेखकसमूह #restzone #collabwithrestzone #yqdidi #unique_upama #yqrestzone