मुझे कैद कर रखा है.. ऐसा मालूम होता है.. तुम्हारे इस रवैए से मुझे मेरी मौजूदगी पर शक होता है.. आखिर क्यों... क्यों हूं मैं यहां... जहां मेरी इच्छाओं को मार दिया जाता है.. जहां मुझसे ज्यादा दूसरों के ख्यालातों को जरूरी ठहराया जाता है.. मेरे आंसुओ को नजर अंदाज कर.. उनकी मुस्कुराहट पर मरते हो.. और फिर भी कहते हो.. यही की तुम.. मेरी फिक्र करते हो? ©Anushka #fikra #pretend #drowning