मिलना था पहले मिल जाते अब क्यों मिले ज़ब मिलना ही नहीं पता है चलोगे चार कदम फिर कहोगे अब सफऱ पूरा हुआ तुम उस रास्ते मै इस रास्ते क्या हो चंद पन्ने शेष रह जाते जिंदगी किताब मे सफ़ेद रह जाते चलो तू भी मेरी कहानी मे एक किरदार बन ही गयी तेरा हिस्सा बन गया थोड़े दिन तुझसे मै बावस्ता हो गया एक किस्सा मे मै हो गया और उस किस्से मे तू भी मेरा ही गया ©ranjit Kumar rathour तू मेरा हो गया