ना यार है ना दिलदार है, ज़िन्दगी भी बीमार है। अकेला इस जहां में, अपनी ही ज़िन्दगी से तकरार है। सोचता हूं ना जाने क्या, ना कोई अपना ना ही पराया। दिल में जैसे पड़ी दरार है। यूं बीत जाता है वक़्त, कोई अपना सा मिल जाए, तो शायद बीते बख्त। ये कैसा ज़िन्दगी का ऐतबार है। बस तन्हा हा तन्हा अकेला हूं। ना यार है ना दिलदार है। #lokeshpal ना यार है ना दिलदार है। #shabdkarita फ़ॉलो Instagram @shabdkarita #alone #life #nojoto #love #lokeshpal #shabdkarita #duniya