मेरी मायूसियों को ये आवारा दिल कब समझेगा। मुझे है इश्क़ तुमसे ये बेचारा दिल कब समझेगा। मेरी बेचैनियों का एक सारा हल तुम्हीं हमदम। मेरे दिल के इशारों को तुम्हारा दिल कब समझेगा। ©Chanchal Hriday Pathak #aawara_dil_kab_samjhega