मुझे शाहजहां के ताज़महल से कहीं ज्यादा, मांझी का पहाड़ तोड़ कर रास्ता बनाना मोहब्बत की प्रतीक लगता है... मुझे शाहजहां के ताज़महल से कहीं ज्यादा मांझी का पहाड़ तोड़ कर रास्ता बनाना मोहब्बत की प्रतीक लगता है...