एक मुस्कान ही सारे श्रृंगारों पर भारी है उस पर सोने में सुगंध सादगी तुम्हारी है तुम्हें कैसे न कहे दिल अनमोल हो तुम तुम्हारे पीछे जो चलती दुनिया सारी है ©अज्ञात #Smile😊