बंद है हम ख़ोहे रहते एक दूसरे की ख्यालो में जकड़े है एक दूसरे को बाहों में न डर रहता है एक दूसरे को खोने का न रोक सकता है एक दूसरे का होने का सुकून सा मिलता है तभी ये दिल सम्भलता है इन चहार दीवारों में। साक्षी जैन(ख्वाहिश) #चहार दीवार