तेरी मुस्कान का कायल तो सारा जमाना है, मुझे इस दुनिया में न कुछ और अपनाना है। जिस शिद्दत से तुम मुझे चाहती हो, उसी से मुझे अपना आशियाना सजाना है। तेरे चेहरे को पढ़ करके, उसमें डूब जाना है, तेरी कशिश से खिचते हुए, तुझमे समाना है। और कुछ नही बस, मुझे तुझे अपनाना है, तेरे हाथों में हाथ देकर, जीवनसाथी बनाना है। तेरी बातो को अपने काव्य में पिरोना है, तेरी हँसी को अपने काव्य की काव्या बनाना है। #काव्या