पिटारा जब भी खुलता है पुरानी यादों का आँखों से गहरा दर्द छलक ही जाता है प्यार में किए उसके झूठे कसमों वादों का 🎀 Challenge-186 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय हैह 🎀 विषय वाले शब्द आपकी रचना में होना अनिवार्य नहीं है। आप अपने अनुसार लिख सकते हैं। कोई शब्द सीमा नहीं है। 🎀 कृपया कोरा काग़ज़ समूह के नियम एवं निर्देश अवश्य पढ़ लें। बाक़ी सभी ने हमारी ही नकल की है। 😊