मैं एक नन्ही सी कली तेरे बाग की,तू इस बाग का माली है तुझे क्या फर्क पड़ेगा मेरे मुरझा जाने से,तेरे बगीचे में तो अनेक डाली है! खिलने की चाहत मुझे भी थी,तेरे बाग में तूने देखभाल ही नहीं की मेरी,किसी और के लगाव मे! काश देखी होती तूने मेरी भी खूबसूरती, मैं भी तेरे बगीचे का अनमोल हिस्सा थी धूप छांव में डटकर खड़ी, मैं तेरे जीवन का छोटा सा किस्सा थी! तेरे प्यार और लगाव की मुझको भी जरूरत थी तेरे हाथों से खाद - पानी की मुझको भी आश थी खिल - खिलाती मैं भी ओर सुंदर फूलों की तरह, बस तुझे कुछ इंतजार ए रात बितानी थी! मैं एक नन्ही - सी कली तेरे बाग की...🥀 ©Alfaazdeepali deep #कली #kali #Life #बगीचा #Garden #Broken #Broken💔Heart #Flower