दुनिया हाथ फैला रहा है, दुआ ,प्राथना कर रहा है। मंदिर मस्जिद बंद हो रहा है, अब इंसा कीमत समझ रहा हैं। जिंदा रखने के लिए,खुद को, कुदरत के आगे सिर झुका रहा हैं #कुदरत,#दुनिया#सोच