सुबह का वंदन है और शाम का वंदन है, राम का वंदन है और श्याम का वंदन है, यह नाचीज़ खुद को देखता है तो कहता है, इस नाम का वंदन है और हर आनंद का वंदन है। हर काम का वंदन है,हर नाम का वंदन है, इस नेह का वंदन है,प्रेमी हैवान का वंदन है, क्या तुच्छ समझूँ अपने इस देह को, हर खाल का वंदन है,इस संसार का वंदन है। घोसले के स्थायित्व का वंदन है, पंछी के कलरव का वंदन है, सैर घुमाकर लौट रही उस शाम का वंदन है, हर नाम का वंदन है। #NojotoQuote हर आनंद का वंदन है!!