Red sands and spectacular sandstone rock formations "ग़ज़ल" 1222 1222 1222 1222 मेरा वो खत जला देगा मुझे दिल से भुला देगा। यकीं होता नहीं मुझको सितमगर यूँ सजा देगा। *************** निशां यूँ पीठ पर होने न देते हम कभी यारों अगर हमको पता होता कि साया भी दगा देगा। *************** फटी चादर से अच्छा कफ़्न ही दे दो कोई हमको हमें वो चैन की तो नींद कम से कम सुला देगा। *************** जहां को जीतने का गर इरादा कर लिया जिस दिन, समन्दर रास्ता देगा ये तूफां हौसला देगा। *************** अगर देने पे आ जाये जहां दे सकता है सारा, लिए कासा जो फिरता है न सोचो की वो क्या देगा। *************** #विनोद_कुमार ©vinod kumar #Sands