बादलों के बीच में मेरा घर है, मगर फिर भी हम अकेले हैं। तारों की छांव में मेरा झूला है, मगर फिर भी झूलने को हम अकेले हैं। पंछियों की चहचहाहट से मेरा घर गूंजता है मगर फिर भी बात करने को हम अकेले हैं। बारिशों की बूंदों से मेरा घर रोज खिलता है, मगर फिर भी बारिश में भीगने को हम अकेले हैं #बादलों_के_बीच_में