।। शब्दों की कीमत ।। "" शब्दों का भी है मोलतोल कितना भी ले तू संभाल के बोल तेरे सोचे अर्थों का होगा ना दूसरे की सोच से कोई जोड़ कितना भी कर शब्दों का चुन के प्रयोग अर्थ तो समझेगा व्यक्ति अपनी क्षमता के योग्य व्यवहार और वाणी का नहीं यहां कोई सहयोग मोल तो होगा वहां , जहां सब लेंगे शब्दों को तोल इसीलिए तो कहा गया है चाहे तू कितना भी सोच समझ कर बोल सामने वाला अपनी सोच से देगा तेरे शब्दों को मोल शब्दों का भी है मोलतोल कितना भी ले तू संभाल के बोल ।।"" ।। kanchan Yadav।। #शब्दों_की_रंगरेज़ी_से