- रूस-यूक्रेन युद्ध पर तीन "कुण्डलिया छंद" - ------------------------------------------------ 1- सोलह दिन के युद्ध में, उजड़ गया यूक्रेन। सारा घोर विनाश यह, अहंकार की देन।। अहंकार की देन, पुतिन हैं क्रोधित भारी। मानवता का नाश, अभी है निशदिन जारी।। पस्त हुआ यूक्रेन,लड़ रहा दिन गिन-गिन के। शहर हुए शमशान, युद्ध में सोलह दिन के।। 2- आसमान से हो रही, शोलों की बरसात। रूस और यूक्रेन में,विफल हो गयी बात।। विफल हो गयी बात, नहीं है कोई राजी। अहं अहं की जंग, करें क्या मुल्ला काज़ी।। रहवासी निर्दोष, धो रहे हाथ जान से। बम गोले बारूद, बरसते आसमान से।। 3- धू-धू करके जल रहा, पूरा ही यूक्रेन। उत्तरदायी जंग के, दोनों जेंटलमेन।। दोनों जेंटलमेन, पुतिन औ जेलेंसिक्की। दुनियाभर की दृष्टि, इन्हीं दोनों पर टिक्की।। जीवित हैं अब लोग, बंकरों में मर-मर के। कितना सुंदर देश, जल लहा धू-धू करके।। #हरिओम श्रीवास्तव# ©Hariom Shrivastava #Rose