शतरंज की बिसात सी, हो गई है जिन्दगी अब हमारी। कब कौन कहाँ से मात दे जाए पता नहीं, जिन्दगी अब प्यादों सी हो गई है। इक इक कदम भी सोच कर उठाना है, न जाने कौन कब किस मोड़ पर छोड़ जाए पता नहीं। #शतरंज _की_बिसात