न लाठी है, न गोली है, न राज हमारा है; न जेल है, न जाल है, न ताज हमारा है; फिर भी नारों से, गीतों से, हम आवाज उठाएँगे; चाहे कुछ भी कर लो, हम तो बढ़ते जाएँगे। मंडी हाउस से जन्तर मंतर तक विरोध मार्च