मैं हूँ स्याही, चाहे मिली हुई खुशियाँ लिखो या गम लिखो। मैं हूँ स्याही चाहे गीत लिखो या गज़ल लिखो। मैं हूँ स्याही, चाहे किस्से लिखो या कहानियां लिखो। मैं हूँ स्याही, चाहे लम्हें लिखो या सदियाँ लिखो। यह COLLAB के लिए खुला है।✨💫 अपने सुसज्जित विचारों व शब्दों के साथ इस पृष्ठभूमि को सजायेंl✒️✒️ • PROFOUND WRITERS द्वारा दी गई इस चुनौती को पूरा करें। 💎 • अपने दिल की भावनाओं को शब्दों में पिरोकर इस अद्भुत पृष्ठभूमि की सुंदरता बढ़ाएं।