राह-ए-जिंदगी में एक खुरची हुई तस्वीर मिली, कहीं दिया भी नहीं और चमकती साहब-ए-मसनद की गली। कोई कह दे, कोई लिख दे भला कहो कैसे, दिल पत्थर के मिले और कलम कागज की मिली।। #yqbaba #yqdidi #yqquotes #yqhindi #yqpoetry #shayari #shayar #journalism