आधा मैं हूं मुझमें बाकी आधा है तू दिल में धड़कन कम है यारा ज्यादा है तू और ‘प्यार है ऐसा खेल यारा तनहा कोई जीता नहीं तू जहां थक के बैठ जाएगा हार जाऊंगा मैं भी वहीं - Manoj Muntashir #ManojMuntashirKiDiarySe