सब कुछ #धुंधला सा हो गया है... कोन्न #अपना है,, कोन्न #पराया किसे #परवहा ,, किसे #नफरत.. कुछ भी समझ पाना #मुमकिन नहीं.. क्युकी अब सब #धुधला सा हो गया है । । #लुका छुपी के खेल की तरह हो गया #लोगो के अंदर #जज्बातों को ढूंढ कर #समझना।