मैं दोबारा उसकी गली मैं जा बैठा जब से सुना वो मेहंदी रचने वाली है किसी और के नाम की। आज फिर से चरागों को बुझाऊंगा खुद जलाकर रोशनी करके खुद ही छीन लूँगा रोशनी शाम की। उसकी खुशी में शामिल होना भी खुशी है मेरे लिए क्योकि मेरी खुशी तो अब मेरे नही किसी काम की। उसकी खुशी में #गली #मेहंदी #प्यार #sadshayari #sadquote #santosh_bhatt_sonu