प्रिय प्रेयसी क्यूं समझे तू खुद को अधूरी तेरे मिलने से हुई है मेरे जीवन की कमी पूरी यूं तो साज श्रंगार से दूर है तु पर मेरे चेहरे की रौनक बढ़ाता नूर है तु हां सच में मेरे लिए कोहिनूर है तु संघर्ष तेरा तेरी सादगी को और सवारता है आंखो की चमक ,चेहरे की मासूमियत और ह्रदय की कोमलता मेरे दिल के भावों को और निखारता है सब से अलग सब में एक तु किसी के जैसी है ही नही मुझमें मिलती जुलती सी बस मेरे लिए तु ही सही मत करना तुलना कभी खुद की किसी से चाहे सब हो पास ये दिल खिलता है एक तेरी हंसी से मत कहना अब कभी खुद को अधूरी तुझमें मैं और मुझमें तु है बस पूरी हां तू है पूरी........✍️ ©seema patidar काल्पनिक खूबसूरती ,प्रिय प्रेयसी #love_shayari