क्यों फिरते हो तुम यहाँ वहाँ ? क्या नहीं कोई तुम्हारा बसेरा यहाँ ? एक वो वक्त था कि जिस गली से गुज़रते थे, उस गली में तुम्हें आसरा मिलता था, और आज वक्त ने भी कुछ इस, कदर मज़बूर कर दिया है, जो तुम्हारा अपना था वो भी कोसों दूर हो चला। ये वक्त-वक्त की बात है परेशान मत हो, ये वक्त करवट फिर लेगा। और जो तुम्हारा तुमसे छिन गया, वो लौट कर वापस फिर आयेगा। ये वक्त है आज कुछ तो कल कुछ, मगर हौसला रख क्योंकि यही हमेशा तेरे काम आयेगा। #क्यों #फिरतेहो #यहाँ_वहाँ #yqbaba #yqdidi #yqtales