Nojoto: Largest Storytelling Platform

कल तक बड़े अच्छे थे पर आज बुरे हैं ठीक है नासमझ है

कल तक बड़े अच्छे थे पर आज बुरे हैं ठीक है
नासमझ हैं कुछ ने जो उनके कान भरे हैं ठीक है

गीले से कागज़ पर लिखकर नाम वो मिटा रहे
अब तो वो ऐसे वैसे भी काम करे हैं ठीक है

जिनकी फंसी थी जान मेरी जान में ही बेपनाह
आकर सामने नज़र मिलाने से डरे हैं ठीक है

हम थे समंदर से जहां पर प्यास बुझ सकती नहीं
तलाश कर नदियों में नालों में मरे हैं ठीक है

©Kumar Vaibhav
  ठीक है

ठीक है #शायरी

27 Views