धूर्त और मक्कार लोग सबसे ग़रीब होते हैं, क्योंकि उनके पास स्वाभिमान नहीं होता। धूर्त तो केवल तलवे चाट सकते हैं। क्रांति का केवल विचार भी धूर्त और मक्कार लोगों के बस का काम नहीं है। क्रांति के लिए सच्चाई, ईमानदारी, स्वाभिमान और साहस की ज़रूरत होती है और ये गुण कहीं भीख में नहीं मिलते। -सरिता मलिक बेरवाल ©Sarita Malik Berwal #धूर्त