पलके बिछाये रख्खा हु से ततर्प्र्य हैं की आँखे बंद किआ हु तो लेखक उसी पे 2 लाइन लिखता हैं की- यू तो मै भी अपनी पलके बिछाये रख्खा हु..!! अब क्या करें इन्ही के सहारे तो अपने दर्द छिपाये बैठा हु..|| -आनंद सिंह परिहार #ansh1011 #nojoto #love #ishq #shayari #like #follow