Nojoto: Largest Storytelling Platform

जज़्बा शायद मैं थोड़ा थका हूँ, पर हारा तो नहीं हू

जज़्बा

शायद मैं थोड़ा थका हूँ, पर हारा तो नहीं हूँ ।

बेशक़ दूर निकलना छोड़ा हूँ, पर चलना तो नहीं छोड़ा हूँ ।।

चलो माना की फ़ासले अक्सर रिश्तों में दूरियाँ कर देते हैं ।

पर यकीन मानों, मैं अपनों से मिलना तो नहीं छोड़ा हूँ ।।

शायद ज़रा सा सहमा जरूर हूँ, पर हिम्मत भी तो नहीं छोड़ा हूँ ।

इन समन्दर की लहरों से क्या डरना, उफ़नाना भी तो इन्हीं से 

सीखा हूँ ।।

माना की मंजिल अभी कोसों दूर है ।

पर मंजिल की ओर से रूख़ मोड़ा भी तो नहीं हूँ ।।

माना बेशक़ शाम ने अंधेरा होने की दस्तक दे दी है ।

पर इन अंधेरों से कहना, अभी दीपक जलाना भी तो नहीं भूला हूँ ।।

चलो माना ज़िन्दग़ी अभी थोड़ी नाराज़ सी चल रही है ।

पर ऐ ज़िन्दग़ी, तेरे साथ जीने का जज़्बा भी तो नहीं छोड़ा हूँ ।।

राone@उल्फ़त-ए-ज़िन्दग़ी जज़्बा
जज़्बा

शायद मैं थोड़ा थका हूँ, पर हारा तो नहीं हूँ ।

बेशक़ दूर निकलना छोड़ा हूँ, पर चलना तो नहीं छोड़ा हूँ ।।

चलो माना की फ़ासले अक्सर रिश्तों में दूरियाँ कर देते हैं ।

पर यकीन मानों, मैं अपनों से मिलना तो नहीं छोड़ा हूँ ।।

शायद ज़रा सा सहमा जरूर हूँ, पर हिम्मत भी तो नहीं छोड़ा हूँ ।

इन समन्दर की लहरों से क्या डरना, उफ़नाना भी तो इन्हीं से 

सीखा हूँ ।।

माना की मंजिल अभी कोसों दूर है ।

पर मंजिल की ओर से रूख़ मोड़ा भी तो नहीं हूँ ।।

माना बेशक़ शाम ने अंधेरा होने की दस्तक दे दी है ।

पर इन अंधेरों से कहना, अभी दीपक जलाना भी तो नहीं भूला हूँ ।।

चलो माना ज़िन्दग़ी अभी थोड़ी नाराज़ सी चल रही है ।

पर ऐ ज़िन्दग़ी, तेरे साथ जीने का जज़्बा भी तो नहीं छोड़ा हूँ ।।

राone@उल्फ़त-ए-ज़िन्दग़ी जज़्बा
nojotouser6137488637

Raone

New Creator

जज़्बा #कविता