थी ये जिंदगी, तेरे होने से बदल गयी ये जिंदगी, न जाने किस मोड़ पर ले जायेगी ये जिदंगी, बिना सोचे हम जी गए ये जिदंगी, पहले हँसी ठिठोली में बीतती थी जो जिदंगी, न जाने आज किस मोड़ पर छोड़ आये वो जिदंगी, खुली किताब की तरह थी ये जिंदगी, खुली किताब की तरह मुझे मिली है ज़िन्दगी... #खुलीकिताब #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi