लेखक का मन किसी कुएं की तरह गहरा होता है।उसके अतीत के अनुभव उस गहराई मे किसी महत्वपूर्ण निधी के तरह जज्ब होते है। अवसर पाते ही दूध मे छिपे मक्खन की तरह निकल आते है। जंहा ना पहुचे रवि वंहा पहुचे कवि #collabchallenge #writerskiduniya #लेखक_की_दुनिया #लेखककाप्यारहोतुम #yqbaba #yqdidi #yqaestheticthoughts Collaboration with Rj rehan roy