वो जान शरीक यार छुड़वा दिए, बेगाना बना लिया खुदको, यार थोड़ा तो सोच के देख, तेरे बिन अब कौन ही संभालेगा मुझको। Read Caption . यार तू तो कहती थी, तुझे मुझसे बेहतर कोई चीज न लगी। और अब क्या हुआ तुझे, तूने अब अपनी पसंद ही बदल ली। और वो पल मुझे आज जान से प्यारा है। जिस दिन मुझे तुझ जैसी, अब क्या ही नाम दूं तुझे...