लोगों के हर कदम पर रोशनी बन कर खड़ा रहा तो ए जिंदगी तूने कहा कितने बेह्तरीन हो तुम आज सबको खुशी देते देते मेरी खुशी की खुदकुशी हो गई... तो अब पूछते हो कि किस चीज़ के शौकीन हो तुम तो सुन शौक मेरी किसी को दो वक्त की रोटी के लिए इतना ना करना मज़बूर की बूढे माँ- बाप की सेवा से कोई बेटा हो जाये दूर ..,, बेटे के बिरहा में माँ-बाप के आंसू ना गिरते रहे,,, दूर होकर बेटा उनके बिरहा में ना सिहरते रहे,,, ©Manish Kumar gupta शौक इक बेटे की मजबूरी