काश एक हवा का झोंका होती मैं, जहाँ मन करे वहाँ जा सकती मैं, मेरी ग़ैरमौजूदगी में मेरे हक़ में और मेरे खिलाफ बोलने वालों को पहचान पाती मैं, यूँ तो किसी को कदर नहीं उनकी खुशियों के लिए मेरे किये गए बलिदानों की, काश ज़ब चाहे गायब होकर सब को अपनी कमी का एहसास करवा पाती मैं....! काश एक हवा का झोंका होती मैं..... ! #wind #wish #recongnizingpeople #invisible #NojotoPoetry #NojotoShayri #MyPoetry #innerfeelings