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मथुरागमन - 1 हृदय में प्रेम के दीपक विधाता तुम जला

मथुरागमन - 1
हृदय में प्रेम के दीपक विधाता तुम जलाते हो
यहां आपस में जीवों को प्रभो तुम ही मिलाते हो
कन्हैया से हमें इस जन्म में तुम ने मिलाया है
हमारे भाग हैं अच्छे जो उनका साथ पाया है
हैं व्याकुल सोचकर हम अब कि कान्हा दूर जाएंगे
वो चितवन याद कर दिन रात हम आंसू बहाएंगे
वो उनकी चाल लटकीली, वो मदमाती मधुर बोली
odysseus9022

Odysseus

Bronze Star
New Creator

मथुरागमन - 1 हृदय में प्रेम के दीपक विधाता तुम जलाते हो यहां आपस में जीवों को प्रभो तुम ही मिलाते हो कन्हैया से हमें इस जन्म में तुम ने मिलाया है हमारे भाग हैं अच्छे जो उनका साथ पाया है हैं व्याकुल सोचकर हम अब कि कान्हा दूर जाएंगे वो चितवन याद कर दिन रात हम आंसू बहाएंगे वो उनकी चाल लटकीली, वो मदमाती मधुर बोली

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