आशाऐं उनसे जो साथ हो चले, वास्ते उनसे जो साथ हो चले। क्यूँ करता है फिक्र उनकी जो, तुझे बीच मझदार छोड़ चले। बेफिक्र हो तू उनके संग चल, जो तुझे तेरी मंजिल तक पहुंचने की वज़ह दे चले, आशाऐं उनसे जो साथ हो चले। #आशाएँ