रवि..एक जमाना हुआ तुमको देखा नही .. हाथ में क्या कोइ ऐसी रेखा नही.. लौट आ धूप में एक नमी है कहीं.. वरना हँसते हुए कोई रोता नही.. ©Ravi Gupta RT देखा नहीं #lostinthoughts