मुहोब्बत दिल का सौदा है ज़रा ये सोच कर करना, बहुत नुकसान भी हो सकता है इस दिल के सौदे में। नहीं कुछ हाथ आएगा दिल-ओ-जाँ से भी जाओगे, सिसक कर रोओगे सर पीटोगे इस दिल के सौदे में। तुम्हारी अश्क़ पर दुनिया हँसेगी ताने मारेगी, सफर मुश्किल बहुत होता है इस दिल के सौदे मे। उदासी की घटा होगी ग़मो की बिजली चमकेगी, जहाँ जल जाएगा तेरा इस दिल के सौदे मे। रिपुदमन झा 'पिनाकी' धनबाद (झारखण्ड) स्वरचित एवं मौलिक ©Ripudaman Jha Pinaki #सौदा