कयामत है या जहर है जानलेवा कातीलाना अदाये तुम्हारी, क्या सबकुछ जला दोगी? घर हमारा सारी जिंदगी या फिर दुनिया हमारी... तेरी आखो में इतनी तेज धार कैसे है ? फिर भि इनमें शामिल मिठासा प्यार कैसे है? है इतनी तिखी तिखी तू फिर भि इस दिलको मेरे ना जाने क्यु? तुमसे इतना प्यार कैसे है? #vbgpoemsworld