प्रेम के आलोक दीप्त प्रकाशित हुए थे, हम यादों की दुनिया की यादों में खोए थे, गुदगुदाते लम्हों को याद कर जीवंत होते प्राण, अंतरंग किरणों में अखिल अनाविल भाव होते थे। ♥️ यादों की दुनिया ♥️ #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ अपने मित्रों के साथ कोलाब करें। ♥️ कोलाब करने के बाद "Done" काॅमेंट करें।