तुम्हारे लिए मेरा होना क्या मतलब रखता है ? यह तुम ही जानती हो, (शेष अनुशीर्ष में) तुम्हारे लिए मेरा होना क्या मतलब रखता है ? यह तुम ही जानती हो, यह मेरा अभिमान और अहंकार सब कुछ तुम्हारे लिए शून्य हो जाता है,