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मैं शांति से जीना चाहती रही, पर वो ज़िंदगी थी, इस

मैं शांति से जीना चाहती रही, 
पर वो ज़िंदगी थी,
इसलिये..... 
जहाँ मैंने हँसना भी चाहा 
वो मुझको रुलाती रही
एतबार उठ गया उससे तेरा
जिसके साथ नूरा तू बेवजह भी अक्सर मुस्कुराती रही

©Dr Aruna KP Tondak
  #Gulaab #Aruna